इन दिनो समूचे देश मे भ्रष्टाचार के पर्याय बने झारखण्ड प्रांत मे अब आम विधानसभा चुनाव के मतदान प्रक्रिया अंतिम चरण मे है. आगामी 23 दिसंबर की मतगणना के बाद लोकप्रिय सरकार के गठन राज्य मे राष्ट्रपति शासन स्वतः समाप्त हो जायेगी.ऐसे मे झारखंड के महामहिम राज्यपाल के.शंकरनारायनन चार चरण के मतदान के बाद भाजपा-जदयू गंठबन्धन की सरकार बनने की संभावना के मद्देनजर अनेक मह्त्वपूर्ण फैसले ताबड्तोड ले रहे है. इन फैसलो से संबधित बैठको की जानकारी सूचना व जन संपर्क विभाग और मीडिया को भी नही दी जा रही है.झारखंड मे चुनाव आदर्श आचार सन्हिता लागू होने के बाबजूद पिछले एक सप्ताह के भीतर ने महामहिम राज्यपाल,उनके सलाहकारो,अधिकारियो ने परामर्शी परिषद की बैठके कर तबादलो का दौर ही जारी नही रखा है अपितु कोर कैपिटल एरिया(नई राजधानी क्षेत्र) के लिये स्थल चयन का अंतिम निर्णय ले लिया है. योजना प्रगति की आड मे राज्य की वार्षिक योजना मद की शेष करीव 8200 करोड रूपये खर्च दिसंबर माह तक कर डालने का फैसला ले लिया गया है.परामर्शी परिषद कई नीतिगत निर्णय व योजनाओ को अंजाम देने की बात तो दूर सीओबीटी की भी मंजूरी दी जा रही है.यहाँ अगले साल तक की योजना भी तय हो रहे है. विशेषज्ञ बताते है कि आदर्श चुनाव आचार सन्हिता लागू रहने और लोकप्रिय सरकार गठन होने की प्रक्रिया के दौरान राष्ट्रपति शासन मे इस तरह के फैसले नही लिय जाने चाहिये.
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