सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार पेसा कानून के तहत झारखंड प्रांत मे पंचायत चुनाव कराने को लेकर जितनी कडे तेवर के साथ आदिवासी-सदान समुदाय आमने सामने है,ठीक उतनी सिबू सरकार के दोनो उपमुख्यमंत्री आजसू के सुदेश महतो और भाजपा के रघुवर दास. श्री महतो का स्पष्ट कहना है कि पेसा कानून के तहत ही चुनाव होंगे. जबकि श्री दास का कहना है कि पेसा कानून मे वगैर संशोधन के पंचायत चुनाव नही कराया जायेगा. मुख्यमंत्री सिबू सोरेन खुद काफी फूंक-फूक के कदम उठाकर चल रहे रहे है. वे सिर्फ पंचायत चुनाव पर बल दे है. पेसा पर विशेष जोर देकर नही चल रहे है. श्री सोरेन का धर्म संकट यह है कि वे जहाँ आदिवसी समुदाय से आते है वहीं उनका मुख्य जनाधार गैर आदिवासी खासकर मह्तो और अंसारी समुदय मे है. ऐसे भी सदानो की गोलबन्दी की आगे उनकी सिट्टी-पिट्टी गुम नज़र आ रही है.
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